अगर आप भारत की सातवीं आर्थिक जनगणना के कार्य को करने के लिए अपना आवेदन किए थे और आपने इसके लिए ऑनलाइन एग्जाम भी दिया था , Economic Census Result आज हम आपको बताने वाले हैं कि आप अपने रिजल्ट को किस प्रकार से चेक कर सकते हैं । Check Seventh Economic Census
How To Check Seventh Economic Census Result
इसके लिए आपको ऑनलाइन भी ऑप्शन दिया गया है जहां से आपने अपना एग्जाम दिया था वहीं से आप अपने रिजल्ट को चेक कर पाओगे लेकिन अभी उसमें कुछ समस्या आ रही है जिस वजह से MOSPI के द्वारा एक एक्सेल फाइल दिया गया है जिसमें पूरे भारत के एन्यूमैरेटर और सुपरवाइजर जिन्होंने एग्जाम को पास कर लिया है उनकी डिटेल दी गई है , Seventh Economic Census Result अगर आपका नाम Pass की लिस्ट में है तो आप समझ लीजिए कि आप ने सातवीं आर्थिक जनगणना के एग्जाम को पास कर लिया ।
How to check Result Vie Excel File , एक्सल फाइल की मदद से आप अपना रिजल्ट कैसे चेक करेंगे ।
सबसे पहले आपको यह एक्सल फाइल डाउनलोड करना होगा , Click Here To Download Result Excel File
एक्सेल फाइल को डाउनलोड करने के बाद आप इसे माइक्रोसॉफ्ट एक्सल सॉफ्टवेयर की मदद से अपने कंप्यूटर में ओपन कर पाओगे । अगर आपको नहीं पता है माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस कैसे डाउनलोड किया जाए तो आप नीचे दिए गए वीडियो को देख सकते हैं ।
मान लेते हैं अब आपके कंप्यूटर में माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस भी है और यह डाउनलोड किया हुआ एक्सल फाइल भी , इस एक्सेल फाइल को आप माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस की मदद से ओपन करेंगे और इसमें आप को 2 सीट देखने को मिलेगी एक में आप अपने नाम और सीएससी आईडी के जरिए अपने रिजल्ट को चेक कर पाओगे और दूसरे सीट में आप अपने रजिस्ट्रेशन संख्या के जरिए अपनी सीएससी आईडी को चेक कर पाओगे ।
अगर आपको एक्सल ओपन करने में कोई समस्या आती है और रिजल्ट देखने में कोई समस्या आती है तो आप नीचे दिए गए वीडियो को देख सकते हैं ।
एक्सल की मदद से सभी राज्य के इन्यूमेंटे और सुपरवाइजर अपना रिजल्ट कैसे चेक करेंगे यह भी बातें आपको इस वीडियो में बताई गई है ।
FAQ Questions Related Seventh Economic Census Result
7वीं आर्थिक जनगणना के लिए, एक आईटी आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग किया गया है जिसके माध्यम से आँकड़ों को संग्रहित, सत्यापित, रिपोर्ट तैयार किया जा सकता है और प्रसारित किया जा सकता है। इसके बाद, 7वीं आर्थिक जनगणना के परिणामों को क्षेत्र कार्य के प्रमाणन और सत्यापन के बाद ही उपलब्ध कराया जाएगा। क्षेत्र कार्य के सत्यापन और प्रमाणीकरण के बाद हम परिणाम प्राप्त कर सकेंगे।
उपयुक्त प्रतिक्रिया 1977 है। 1976 में, भारत सरकार ने “आर्थिक जनगणना और सर्वेक्षण” नामक एक कार्यक्रम शुरू किया। इस योजना के अनुसार, DES (अर्थशास्त्र और सांख्यिकी निदेशालय) और केंद्रीय सांख्यिकी संगठन ने संयुक्त रूप से 1977 में पहली आर्थिक जनगणना की।
पिछले सर्वेक्षण में, प्रगणक और पर्यवेक्षक को लगभग 7,000 रुपये का भुगतान किया गया था। हालांकि, इस बार मोबाइल ऐप के माध्यम से सर्वेक्षण के आंकड़ों को दर्ज करने वाले व्यक्ति को 25,000 रुपये की मानदेय प्राप्त होगी। इसके लिए, प्रगणक और पर्यवेक्षक अपने खुद के स्मार्ट मोबाइल का उपयोग करेंगे। उन्हें मोबाइल पर जनगणना ऐप को डाउनलोड करना होगा।