Bihar Mukhyamantri Samekit Chaur Vikas Yojana 2023 (बिहार मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना) Online Registration:- नमस्कार दोस्तों स्वागत करता हूं मैं आप सभी को अपने इस आर्टिकल में जैसा कि मैं आप सभी को बता दूं बिहार सरकार के द्वारा अपने राज्य में मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना को आरंभ किया गया है इस Mukhyamantri Samekit Chaur Vikas yojana के अंतर्गत सभी किसानों को मत्स्य पालन करने के लिए तालाब निर्माण करवाने पर 70% की अनुदान दिया जाता है मत्स्य विभाग के द्वारा या अनुदान सरकार के प्रदेश के चौर जल क्षेत्र भूमि में परी बेकार या बंजर भूमि पर तालाब बनाने के लिए सरकार के द्वारा दिया जाता है। आज हम आप सभी को अपने इस आर्टिकल के माध्यम से आप सभी को मुख्यमंत्री समेकित चार विकास योजना 2023 से जुड़ी सारी जानकारी जैसे कि इस योजना का उद्देश्य क्या है इसके क्या लाभ है इस योजना के लिए पात्रता क्या है इस योजना की विशेषताएं क्या है आवेदन करने की प्रक्रिया और आवेदन करने के लिए आवश्यक दस्तावेज इत्यादि सभी जानकारी आप सभी को हम अपने इस आर्टिकल के माध्यम से देने जा रहे हैं अगर आप भी चाहते हैं तो हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें जिससे आप भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
Mukhyamantri Samekit Chaur Vikas Yojana 2023
Contents
बिहार राज्य में मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना को बहुत ही बड़े पैमाने पर उपलब्ध निजी चोर जल क्षेत्र भूमि में मत्स्य पालन के लिए तालाब निर्माण करवाए जाएंगे मत्स्य पालन के साथ-साथ कृषि बागवानी व कृषि वानिकी को भी विकसित किया जाएगा तालाब निर्माण करवाए जाएंगे मत्स्य पालन के साथ-साथ कृषि बागवानी व कृषि वानिकी को भी इसके द्वारा लाभ दिया जाएगा सरकार तालाबों के निर्माण पर अनुदान देने के साथ-साथ कृषि बागवानी व कृषि वानिकी पर अलग से अनुदान देगी। Mukhyamantri Samekit Chaur Vikas Yojana के अंतर्गत बड़े पैमाने पर रोजगार सर्जन होगा और अभी फिलहाल में पशु और मत्स्य संसाधन विभाग ने इस योजना को पायलट के रूप में सिवान सहित छह जिलों में आरंभ कर दिया है 50 हेक्टर के तालाब निर्माण को लेकर विभाग ने 2.48 को रुपए का अनुदान देने का लक्ष्य निर्धारित किया है चोर विकास योजना के लिए तीन तरह का मॉडल तैयार किया गया है जिनमें एक हेक्टर में दो तालाब और चार तालाब और एक तालाब का निर्माण और भूमि विकास की योजना बनाई गई है। Mukhyamantri Samekit Chaur Vikas Yojana 2023 के अंतर्गत मत्स्य पालन करने के लिए तालाब निर्माण पर लाभार्थी को 70% तक अनुदान की राशि दिया जाएगा।
key highlights of Mukhyamantri Samekit Chaur Vikas Yojana 2023
🔥 योजना का नाम | 🔥 Mukhyamantri Samekit Chaur Vikas Yojana |
🔥 शुरू की गई | 🔥 बिहार सरकार द्वारा |
🔥 लाभार्थी | 🔥 बिहार के लोग |
🔥 उद्देश्य | 🔥 मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए निजी चौर जल क्षेत्रों में तालाब निर्माण हेतु अनुदान प्रदान करना। |
🔥 अनुदान | 🔥 70% तक |
🔥 साल | 🔥 2023 |
🔥 श्रेणी | 🔥 बिहार सरकारी योजना |
🔥 आवेदन प्रक्रिया | 🔥 ऑनलाइन |
🔥 अधिकारिक वेबसाइट | 🔥 Click Here |
Samekit Chaur Vikas Yojana 2023 के तहत प्रदान किए जाने वाला लाभ
इस योजना के तहत परंपरागत मछुआरों को प्राथमिकता दी जाएगी। योजना के तहत चयनित लाभार्थियों को चौर भूमि के समेकित विकास के लिए तीन मॉडल तैयार किए गए हैं। जो एक हेक्टेयर में दो तालाब, चार तालाब और एक तालाब का निर्माण एवं भूमि विकास के मॉडल है। मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना 2023 के तहत 1 हेक्टेयर रकवा में दो तालाब बनाने में 8.80 लाख/हेक्टेयर, एक हेक्टेयर रकवा में चार तालाब बनाने में 7.32 लाख/हेक्टेयर और एक हेक्टेयर रकवा में एक तालाब का निर्माण और भूमि विकास में 9.69 लाख/हेक्टेयर की लागत आएगी। इसमें सरकार अन्य वर्ग के लाभार्थियों को 50% का अनुदान देगी। अत्यंत पिछड़ा वर्ग/अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के लिए 70% और उद्यमी आधारित 30% अनुदान दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना का उद्देश्य
मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना का मुख्य उद्देश्य है कि राज्य के चौर अधिकता वाले जिलों में मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए सभी लाभार्थियों को तालाब निर्माण करने का अनुदान दिया जाएगा जिससे कि राज्य के बड़े पैमाने पर मछली पालन का रोजगार सर्जन हो सकेगा और दूसरे प्रांतों से आने वाले सभी मछलियों की आयात कम हो जाएगी यह योजना निजी चौर जल क्षेत्र के सभी ग्रामीणों को आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए और बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना 2023 के माध्यम से सभी कृषि बागवानी और कृषि वानिकी कुछ विकसित करने पर जोर दिया जा रहा है इस योजना के अंतर्गत चौर विकास के लिए लाभुक आधारित चौर विकास और उद्यमी आधारित चौर विकास किया जाएगा।
मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना 2023 के मुख्य बिंदु
- मछली पालन को बिहार राज्य के चौर अधिकता वाले जिलों में बढ़ावा देने हेतु राज्य के सभी हितग्राहियो को तालाब निर्माण करने पर सरकार द्वारा अनुदान प्रदान किया जाएगा।
- इससे राज्य में रोजगार के अवसर में भी बढ़ोत्तरी होगी, इसके अतिरिक्त इस योजना के माध्यम से जल क्षेत्रों के ग्रामीण नागरिको की आर्थिक स्थिति में भी बेहतरी होगी तथा सभी बेरोजगारों को भी रोजगार प्राप्त होगा।
- इस योजना के माध्यम से सरकार द्वारा कृषि, बागवानी, कृषि वानिकी को विकसित करने पर अधिक जोर दिया जा रहा है।
- इसके अतिरिक्त चौर विकास हेतु तीन प्रकार के मॉडलों को तैयार किया गया है, इसके अंतर्गत एक हेक्टेयर में दो तालाब, चार तालाब, तथा एक तालाब का निर्माण और भूमि विकास आदि को जोड़ा गया है।
- इन सभी मॉडलों के माध्यम से ही तालाबों को तैयार किया जाएगा, तथा उससे निकली मिट्टी से बांध और भूमि को भरा जाएगा, इन मॉडलों के मुताबिक बांध की ऊंचाई और तालाब की गहराई दोनों अलग होगी।
- तालाब निर्माण होने पर लाभार्थियों को दो वित्तीय सालो तक इस योजना के अंतर्गत मत्स्य पालन की अन्य योजनाओ से प्राथमिकता के अनुसार अनुदान प्राप्त करने की अनुमति होगी।
- Mukhyamantri Samekit Chaur Vikas Yojana का आरंभ बिहार सरकार द्वारा राज्य की चौर जल क्षेत्र भूमि में पड़ी बेकार अथवा बंजर भूमि पर तालाब बनाने हेतु किया गया है।
- मछली पालन करने हेतु तालाबों का निर्माण करवाने की स्थिति में राज्य के नागरिको को 30 % से लेकर 70 % तक का अनुदान सरकार द्वारा प्रदान किया जाएगा।
Mukhyamantri Samekit Chaur Vikas Yojana 2023 के अंतर्गत आवश्यक दस्तावेज
- आवेदक आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- पैन कार्ड
- जीएसटी
- लीज इकरारनामा
- भू स्वामित्व प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- समूह में कार्य करने की सहमति
- व्यक्तिगत समूह लाभुकों के द्वारा स्व अभिप्रमाणित दो पासपोर्ट साइज फोटो
- विगत 3 वर्षों का अंकेक्षण एवं आयकर रिटर्न
- उधमी लाभुकों के द्वारा स्व अभिप्रमाणित निबंधन प्रमाण पत्र
मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना की पात्रता
- इस योजना का लाभ उठाने के लिए जो भी इच्छुक नागरिक है उन सभी को बिहार राज्य का स्थाई निवासी होना चाहिए।
- राज्य के केवल किसान और मछुआरे नागरिक ही इस योजना का लाभ उठाने के पात्र माने जाएंगे।
- इस योजना के तहत व्यक्तिगत समूह किताब आवेदन किया जा सकता है।
- इन सभी समूहों में कम से कम 5 सदस्य शामिल होना अनिवार्य है।
मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना 2023 के तहत आवेदन करने की प्रक्रिया
- सबसे पहले आपको इस योजना की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा।
- इसके बाद आपके सामने इसके ऑफिशियल वेबसाइट का होम पेज खुल कर आ जाएगा।
- इस वेबसाइट के होम पेज पर आपको मत्स्य योजना के लिए आवेदन क्या ऑप्शन दिखाई देगा आपको उस ऑप्शन पर क्लिक कर देना है।
- यहां पर आपको दो ऑप्शन मिलेंगे मत्स्य योजनाओं में आवेदन हेतु पंजीकरण करें और दूसरा पहले से पंजीकृत है तो लॉगिन करें के ऑप्शन दिखाई देंगे।
- यदि आप पंजीकृत नहीं है तो आप मत से योजनाओं में आवेदन हेतु पंजीकरण कर के लिंक के ऑप्शन पर क्लिक करें और अपना पंजीकरण करा लें और फिर जाकर पहले से पंजीकृत है तो लॉगिन करें कि ऑप्शन पर क्लिक कर दें।
- इस तरह से आप अपना रजिस्ट्रेशन और पासवर्ड नंबर दर्ज करके लॉगइन के ऑप्शन पर क्लिक कर देना है।
- इसके बाद आप इस योजना के तहत लाभ उठाने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
ध्यान दें :- ऐसे ही केंद्र सरकार और राज्य सरकार के द्वारा शुरू की गई नई या पुरानी सरकारी योजनाओं की जानकारी हम सबसे पहले अपने इस वेबसाइट palamau.in के माध्यम से देते हैं तो आप हमारे वेबसाइट को फॉलो करना ना भूलें ।
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इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद…
Posted by Palamu News
FAQs Related To Mukhyamantri Samekit Chaur Vikas Yojana
मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना 2023 के तहत 1 हेक्टेयर रकवा में दो तालाब बनाने में 8.80 लाख/हेक्टेयर, एक हेक्टेयर रकवा में चार तालाब बनाने में 7.32 लाख/हेक्टेयर और एक हेक्टेयर रकवा में एक तालाब का निर्माण और भूमि विकास में 9.69 लाख/हेक्टेयर की लागत आएगी। इसमें सरकार अन्य वर्ग के लाभार्थियों को 50% का अनुदान देगी| बिहार मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना बिहार सरकार के द्वारा राज्य में मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई एक कल्याणकारी योजना है।
यह योजना निजी चौर जल क्षेत्र के ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति सुधारने और बेरोजगारों को रोजगार प्रदान करेंगी। मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना 2023 के माध्यम से कृषि, बागवानी और कृषि वानिकी को विकसित करने पर भी जोर दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना का मुख्य उद्देश्य है कि राज्य के चौर अधिकता वाले जिलों में मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए सभी लाभार्थियों को तालाब निर्माण करने का अनुदान दिया जाएगा जिससे कि राज्य के बड़े पैमाने पर मछली पालन का रोजगार सर्जन हो सकेगा|
बिहार सरकार इस योजना के तहत राज्य के सभी मछुआरों और मछुआरों को 50 प्रतिशत अनुदान प्रदान करेगी। बिहार मत्स्य पालन योजना 2021 के तहत सरकार से कर्ज लेकर बिहार के बेरोजगार युवा एवं नागरिक मछली पालन का अपना स्वरोजगार आसानी से शुरू कर सकते हैं ।
आवेदक आधार कार्ड
निवास प्रमाण पत्र
जाति प्रमाण पत्र
पैन कार्ड
जीएसटी
लीज इकरारनामा
भू स्वामित्व प्रमाण पत्र
मोबाइल नंबर
समूह में कार्य करने की सहमति
व्यक्तिगत समूह लाभुकों के द्वारा स्व अभिप्रमाणित दो पासपोर्ट साइज फोटो
विगत 3 वर्षों का अंकेक्षण एवं आयकर रिटर्न
उधमी लाभुकों के द्वारा स्व अभिप्रमाणित निबंधन प्रमाण पत्र
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि Samekit Chaur Vikas Yojana Bihar के अंतर्गत न्यूनतम 0.2 हेक्टेयर तथा अधिकतम 2 हेक्टेयर जमीन पर एक व्यक्ति को तथा 20 हेक्टेयर रकबा में न्यूनतम 5 सदस्य होने पर योजना का लाभ मिलेगा। बिहार राज्य के जो भी इच्छुक किसान लाभ प्राप्त करना चाहते है, उन्हें इस योजना के लिए ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा।
वेबसाइट के होमपेज पर आपको मत्स्य योजनाओं हेतु आवेदन के विकल्प पर क्लिक करना है।
यहां पर आपको दो विकल्प मत्स्य योजनाओं में आवेदन हेतु पंजीकरण करें और दूसरा पहले से पंजीकृत है तो लॉगिन करें के विकल्प दिखाई देंगे।
इस तरह से आप अपना रजिस्ट्रेशन और पासवर्ड नंबर दर्ज करके लॉगइन के ऑप्शन पर क्लिक कर देना है।
इसके बाद आप इस योजना के तहत लाभ उठाने के लिए आवेदन कर सकते हैं।