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CSC Van Dhan Scheme ,वन धन योजना क्या कैसे मिलेगा सरकारी सहायता

भारत सरकार, TRIFED और CSC ने मिलकर एक नई स्कीम की शुरुआत की है , जिसका नाम CSC Van Dhan Scheme रखा गया हैं और आज हम आपको इसी स्कीम के बारे में सारी जानकारी देने वाले हैं ।

CSC Van Dhan Scheme

CSC Van Dhan Scheme क्या है ?

Contents

जनजातियों द्वारा उत्पन्न किए गए या जंगल से एकत्रित किए गए उत्पादों को बाजार में सही दाम पर बिकवाने की व्यवस्था करना और जनजाति लोगों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए भारत सरकार ने TRIFED के साथ मिलकर CSC को यह काम सौंपा है और इस योजना का नाम CSC Van Dhan Scheme रखा गया है ।

TRIFED क्या है और इसका काम क्या है ?

TRIFED का पूरा नाम “The Tribal Cooperative Marketing Development Federation of India” है । TRIFED का मूल्य उद्देश्य जनजाति लोगों के (जो जंगल में निवास करते हैं) द्वारा उत्पन्न किए गए या जंगल से एकत्र किए गए वस्तुओं को या उत्पादों को बाजार में उचित मूल्य पर बिकवाना है और अगर जनजाति लोगों को किसी प्रकार की हानि होती है उनका भरपाई भी करना , साथ ही इन लोगों को आर्थिक सहायता भी प्रदान करना है ।

CSC Van Dhan Scheme से कैसे मिलेगा जनजाति लोगों को लाभ ।

जैसा कि आप सभी को पता है CSC की पहुंच ग्रामीण इलाकों में सबसे अधिक है और ऐसे ही इलाकों में जनजाति लोग भी आवास करते हैं , ऐसे में CSC Van Dhan Scheme का लाभ इन लोगों तक सीधा पहुंचाया जाएगा ।

⇒                       CSC Van Dhan Scheme का मुख्य उद्देश्य जनजाति लोगों की जीवन यापन में सुधार लाना है , अभी के दौर में जनजाति लोगों का जीवन यापन सही से नहीं हो पा रहा है और इसके लिए सरकार ने एक अहम फैसला ले लिया है , सरकार ने सीएससी को जनजाति लोगों के जीवन काल मे बदलाब लाने का जिम्मा सौंपा है और जिसके तहत CSC Van Dhan Scheme की शुरुआत कर दी गई है ।

⇒                      इस योजना के तहत जनजाति लोग की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी , उन्हें बिजनेस कैसे करना है इसके बारे में सिखाया जाएगा , बाजार से लाभ कैसे प्राप्त करना है इसकी प्रशिक्षण दी जाएगी और अगर किसी प्रकार की आर्थिक सहायता की जरूरत होगी तो वह भी सरकार के तरफ से दिया जाएगा ।

जनजाति लोग वन से उत्पन्न उत्पादों को बाजार में कैसे भेजेंगे और इसके एवज में सही मूल्य कैसे प्राप्त करेंगे यह सभी कार्य CSC Van Dhan Scheme के प्रमुख कार्यों में से एक होगा । साथ ही सीएससी के द्वारा प्रत्येक गांव में एक समूह भी बनाया जाएगा जिसमें केवल जनजाति लोग ही शामिल होंगे ।

बंधन योजना का मुख्य उद्देश्य /CSC Van Dhan Scheme

  • 1. इस योजना का मुख्य उद्देश्य जनजाति समुदाय के लोगों की जीवन यापन की शैली में सुधार लाना है
  • 2. जनजातियों द्वारा एकत्र किए गए या उत्पन्न किए गए माइनर फॉरेस्ट प्रोड्यूस (MFP ) को उचित मूल्य उपलब्ध करवाना है ताकि जनजाति की आय को बढ़ाया जा सके ।
  • 3. हर एक जिले में 300 जनजाति लोगों के लिए एक ट्रेनिंग सेंटर का गठन किया जाएगा , जिसके माध्यम से इन लोगों को ट्रेनिंग और आर्थिक रूप से मदद दी जा सके ।
  • 4. इस स्कीम के अंतर्गत प्रत्येक जिले में 15 केंद्रों की स्थापना करने का उद्देश्य रखा गया है , प्रत्येक पंचायत में 20 लोगों का एक स्वयं सहायता समूह भी बनाया जाएगा ।
  • 5. यदि बाजार के द्वारा उत्पादों की कीमत में उतार-चढ़ाव होता है तो TRIFED कृषि मंत्रालय से बात कर जनजाति लोगों के लिए मुआवजे की भी व्यवस्था करता है ।
  • 6. जनजाति लोग जो भी सामग्री जंगल से लाते हैं या उत्पन्न करते हैं इनको इस सामग्री के एवज में उचित मूल्य उपलब्ध करवाना ।
  • 7. जनजाति लोगों को उनके उत्पाद बढ़ाने के प्रति उचित ट्रेनिंग और शिक्षा देना , साथ ही इन्हें बिजनेस कैसे करना है इसकी भी जानकारी देना ।
  • 8. यहां तक कि TRIFED जनजातियों द्वारा उत्पन्न की गई सामग्री को खरीद भी लेगा ।
  • 10. उत्पादों की सही कीमत सुनिश्चित करना और जनजाति लोगो को आर्थिक सहायता प्रदान करना ।

VLE Roal In CSC Van Dhan Scheme / वन धन योजना के अंतर्गत VLE की भूमिका ।

इस कार्य को करने के लिए CSC के VLE की भूमिका काफी ज्यादा महत्वपूर्ण है , क्योंकि VLE ही जनजाति लोगों को प्रशिक्षण देने , इन लोगों को एकत्रित करने , इन लोगों का ग्रुप बनाने का काम करेगा ।

⇒                      वन धन योजना के अंतर्गत सरकार जनजाति वर्ग के लोगों को 30 लाख रुपए तक का अनुदान देगी और इस अनुदान को दिलाने में CSC VLE की ही अहम भूमिका रहेगी । यह अनुदार सरकार ऐसे जनजाति के जरूरतमंद को देगी जो अपने उत्पाद को बढ़ाने के लिए मशीन खरीदना चाहते हैं या अपने उत्पाद को एकत्रित करने के लिए एक स्टोर बनाना चाहते हैं ।

इस अनुदान को पाने के लिए जनजाति लोगों को सरकार के लिए प्रपोजल बनाना होगा और इस प्रपोजल को बनाने में मदद CSC VLE के द्वारा ही मदद किया जाएगा , यानी इस पूरी योजना में VLE की भूमिका सबसे अहम रहेगी ।

इस कार्य को करने के लिए CSC के VLE का क्या फायदा है ?

चुकी यह योजना काफी बड़ी और काफी कठिन है और सरकार भी इस की कठिनाइयों को समझती है , ऐसे में VLE के ऊपर भी बहुत बड़ी जिम्मेवारी है , जनजाति लोगों को ₹30 लाख का अनुदान दिलाना अगर अनुदान मिल जाती है तो इस रकम को कहां पर कैसे खर्च करना है इसकी भी जिम्मेवारी VLE के ही कांधे पर होती है , ऐसे में सरकार और सीएससी दोनों मिलकर VLE को अच्छी रकम उपलब्ध करवाएगा ।

इस योजना का काम कर VLE अच्छी कमाई कर पाएगा साथ ही जनजाति लोगों की दुआओं को भी अर्जित कर पाएगा ।

वन धन योजना के लिए केंद्रों का गठन ।

देश के सभी जरूरतमंद गांव को और जरूरतमंद जनजाति लोगों को इस योजना के अंतर्गत शामिल करने का उद्देश्य रखा गया है । जिसके तहत 30,000 से भी अधिक केंद्रों स्थापना की जाएगी । हमारे राष्ट्रपति महोदय ने एक भाषण में इसका जिक्र करते हुए बताया है कि भारत के हर गांव को इसमें शामिल किया जाएगा और लगभग 600 गांव में इस योजना को शुरू कर दिया जाएगा जिसके तहत 30,000 से भी अधिक केंद्रों की स्थापना की जाएगी और इन केंद्रों के रखरखाव के लिए सरकार 30 लाख रुपये का अनुदान भी प्रदान करेगी

इन केंद्रों के अंतर्गत जनजाति लोगों को प्रशिक्षण , उत्पन्न की गई चीजों का रखरखाव कैसे करना है , बिजनेस को कैसे बढ़ाना है , बिजनेस करने का तरीका इन सभी का प्रशिक्षण दिया जाएगा , इस योजना को ग्रामीण स्तर पर लाने में कॉमन सर्विस सेंटर और इसके VLE की अहम भूमिका रहेगी ।

अगर आप इस योजना के बारे में कुछ पूछना चाहते हैं या अपना कोई सुझाव देना चाहते हैं तो कमेंट कर जरूर बताएं ।

FAQ Questions Related CSC Van Dhan Scheme

✔️ वन धन योजना क्या है?

प्रधानमंत्री वन धन योजना (PMVDY) या वन धन विकास योजना (VDVY) भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक योजना है, जिसका उद्देश्य भारत में आदिवासी समुदायों की आजीविका को सुधारना है और इससे जुड़े जनजातीय मामलों को बढ़ावा देना है।

✔️ वन धन योजना कब शुरू की गई थी?

वन धन विकास योजना भारत सरकार द्वारा जनजातीय समुदाय के लोगों को लाभान्वित करने के लिए शुरू की गई थी। इस योजना को प्रधानमंत्री ने 14 अप्रैल 2018 को संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के जन्मदिन के अवसर पर शुरू किया गया था।

✔️ भारत में कितने वन धन विकास केंद्र हैं?

वीडीवीके क्लस्टर में 15 जनजातीय एसएचजी/वन धन केंद्र होंगे, जिनमें से प्रत्येक में 20 जनजातीय एनटीएफपी संग्राहक या कारीगर होंगे, अर्थात प्रति क्लस्टर लगभग 300 लाभार्थी होंगे।

✔️ जन धन जमा सीमा क्या है?

जन धन खाता सीमा: इस योजना के अंतर्गत खाताधारक अपने खातों में अधिकतम 1,00,000 रुपये जमा कर सकते हैं। बैंक नि:शुल्क मोबाइल बैंकिंग की सुविधा प्रदान करते हैं। खाताधारक अपने जन धन खाते की शेष राशि आसानी से जान सकते हैं।

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