प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में बचे हुए उन सात करोड़ किसानों को भी pm kisan का पैसा मिल जाएगा जिनका आवेदन आचार संहिता लागू होने के बाद हुआ था , लोकसभा चुनाव खत्म होते ही 10 मार्च के बाद होने वाले आवेदक किसानों को भी इसका लाभ दे दिया जाएगा ।
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क्यों रुक गए थे इन किसानों के पैसे ।
जैसा कि आप लोगों को पता है लोकसभा चुनाव सिर पर है और ऐसे में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से मिल रहे लाभ को मोदी विरोधियों ने घूस की योजना का नाम दे दिया और इसकी शिकायत चुनाव आयोग से कर दी , चुनाव आयोग ने इसके ऊपर एक नया फरमान जारी कर दिया जिसके हिसाब से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की किस्त उन्हीं किसानों को दी जाएगी जिन का आवेदन आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले हुआ था ,यानी लोकसभा चुनाव खत्म होने तक सरकार केवल उन्हीं किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ दे सकती है जिनका आवेदन 10 मार्च 2019 से पहले हुआ था । लोकसभा चुनाव सिर पर हैं और बहुत जल्द ही यह खत्म हो जाएंगे ऐसे में उन किसानों के लिए अच्छी खबर है जिनका आवेदन आचार संहिता लागू होने के बाद हुआ था ।
इन किसानों को अब तैयार हो जाना है प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना किस्त पाने के लिए । अगर आप ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लिए अपना रजिस्ट्रेशन नहीं किया है तो अपने लेखपाल से संपर्क कर इस का आवेदन लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद करवा ले ताकि आपको भी 6 हजार रुपए सालाना लाभ मिल सके ।
कृषि मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार इतने किसानों को अब तक नहीं मिला है प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की किस्त ।
कृषि मंत्रालय के अधिकारियों से मिले जानकारी के हिसाब से यह पता चला है कि 7 करोड़ ऐसे किसान हैं जिनका आवेदन आचार संहिता लागू होने के बाद हुआ था जिस कारण से इनको प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के पैसे अभी तक नहीं ट्रांसफर किए गए हैं । अधिकारी ने यह भी बताया कि इन किसानों के खाते में पैसे भेजने की प्रक्रिया आचार संहिता खत्म होते ही शुरू कर दी जाएगी ।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के सीईओ विवेक अग्रवाल के मुताबित 31 मार्च 2019 तक 3 करोड़ 27 हजार ऐसे किसान थे जिनको प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की पहली किस्त भेज दी गई और फिलहाल कुछ दिनों पहले ही 2.10 करोड़ ऐसे किसान है जिनको प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की दूसरी किस्त भी भेज दी गई है ।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत ।
इस योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 24 फरवरी 2019 को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से की गई थी , योजना को प्रधानमंत्री जी ने कांग्रेस की किसान कर्ज माफी योजना के मुकाबले में लांच किया , प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने अपने घोषणा पत्र में बताया अगर बीजेपी की सरकार फिर से आती है तो इस योजना का लाभ 12 करोड़ किसानों को मिलता रहेगा । यह योजना लोकसभा चुनाव में मोदी जी को किसानों का वोट दिलाने के लिए काफी कारगर साबित होगी ।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लिए योग्य कौन हैं ?
इस योजना के पात्र उन्हीं किसानों को माना जाएगा जिनके पास 2 हेक्टेयर से कम की जमीन हो यानी करीबन 5 एकर , इस योजना में एक इकाई किसान उसकी पत्नी और उसके 1 बच्चे को जिसकी उम्र 18 वर्ष से कम हो को माना गया है । पात्र वही किसान होंगे जिनका नाम 1 फरवरी 2019 तक के लैंड रिकॉर्ड में मौजूद होगा । इन के पात्र वही किसान होंगे जिनका नाम 2015-16 की कृषि जनगणना में आया था ।
कैसे मिलता है प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का पैसा ।
किसानों की जानकारी को जब कृषि कार्यालय और लेखपाल के द्वारा वेरिफाई कर लिया जाता है तब किसानों की लिस्ट को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के केंद्र पोर्टल पर डाल दिया जाता है और फिर केंद्र सरकार इन किसानों को डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से पैसे भेजती है ।
योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को क्या-क्या डॉक्यूमेंट दिखाने पड़ेंगे ।
इसके लिए किसानों को अपना जमीन का दस्तावेज , आधार कार्ड , बैंक की जानकारी इत्यादि अपने लेखपाल के पास जमा करानी होगी इसके बाद लेखपाल किसानों का आवेदन फॉर्म फिल कर उनको वेरीफाई करेगा और फिर लेखपाल इसकी जानकारी कृषि कार्यालय में सबमिट करेगा इसके बाद आगे का कार्य कृषि कार्यालय के द्वारा की जाएगी ।
नोट:- बीजेपी की सरकार अगर दोबारा आती है तो जिन किसानों का आवेदन आचार संहिता लागू होने के बाद हुआ था उनको भी इस योजना का लाभ मिलता रहेगा । बाकी इस योजना में फिलहाल 12 करोड़ किसानों को लाभान्वित करने का उद्देश्य बनाया गया है ।